Saturday, 30 July 2016
Wednesday, 22 June 2016
Monday, 13 June 2016
Jokes mast .....
रात भर मुझे इस बात ने सोने नहीँ दिया कि ज़िन्दगी तो बस चार दिन की हैँ और इंटरनेट-पैक मैने 30 दिन का करवा लिया ।
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Teen citti raste mai bethkar bate kar rahi thi ki acanak us raste se hathi gujrta hai
Waha bethi ek citti hathi se bolli ae hathi mujse kushti ladaoge!
Bakki cittiyan -are rahne do yaar becara akela hai....
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Ek makhi ne machhar. Se sadi kar li aur agle din subah hi beth ke rone lagi.
Makhi ke sheli ne use pucha are kya hua yaar kal hi to teri saadi huyi. Hai aur aaj tu itna ro rahi hai?
Makhi :are kal raat ko mene sonne se phile mene kachhua Chap laga di thi aur tumhare jija ji neend me hi mar gye.!
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Baladh doned karne se phile balad group jachna,
Balad doned karne se phile balad group jachna,
Basanti in kutto ke samne mat nachna..
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. चपरासी- साहब आपके लंगोटिया दोस्त का फोन आया था !
साहब:- तुमने कैसे जाना कि वह मेरा लंगोटिया दोस्त ही है?"
चपरासी:-" साहब उसने कहा था कि जरा देखो तो ऑफिस में वह ब***** आया है या नहीं?"
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लड़की का पिता बोला :- क्या समय आ गया है कि लड़की भी दो और दहेज भी साथ में दो!
लड़के का पिता बोला :- आप सिर्फ दहेज द* दीजिए लड़की को चाहे तो अपने पास ही रखो!
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. एक आदमी रात को एक गली के सामने खड़ा था कौन हो वहां से गुजरते हुए चौकीदार ने कड़क कर पूछा शेर सिंह माफ करना हम serr se baat nhi karte ......
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. Munna bhai -mamu,tu kitna badha hai?
Mamu-B.a.munna bhai -salla tu do aksar padha hai aur wo bhi ulata...
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. Bhikari - Mata ji ,kya is gareeb ko kek millega?
Mahila-kayo,rotti se kam nhi chal sakta?
Bhikari -nhi mata ji ,chal sakta hai ,lekin mera aaj barth day hai..
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.Char kutte ek kutiya se payar kar rahe the ek mahila yah sab dekh kar ronne lagi ! Ek bachhe ne aa kar puchha aap kayo ro rahe ho mahila:kuch nhi beta muje college ke din yaad aa gye..
Sunday, 12 June 2016
Dard sayari...best sayari
वो जिसकी याद मे हमने खर्च दी जिन्दगी अपनी।वो शख्श आज मुझको गरीब कह के चला गया ।।
Wo jiski yaad me kharch kar di zindgi hame.Wo hi shaks aaj hame garib kahkar chala gaya.Sad Shayari, Na puchho halatCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad
Shayariन पूछो हालत मेरी रूसवाई के बाद,मंजिल खो गयी है मेरी, जुदाई के बाद,नजर को घेरती है हरपल घटा यादों की,गुमनाम हो गया हूँ गम-ए-तन्हाई के बाद!!
Na Pucho haalat meri ruswaai ke baad,Majil kho gai hai meri, Judaai ke baad,Najar ko gherti hai har pal ghata yaado ki..Gumnaam ho gaya hu gam-e-tanhai ke baad.Sad Shayari, Kabhi ro ke muskurayeCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad Shayarकभी रो के मुस्कुराए, कभी मुस्कुरा के रोए,जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए,एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा,जितना लिख के खुश हुए उस से ज़यादा मिटा के रोए
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.Kabhi Ro ke muskuraye kabhi muskura ke Roye,Jab bhi Teri yaad Aayi tujhe bhula ke Roye,Ek tera hi to naam tha jise hazaar bar likha,Jitna likh ke khush hue uss se jyada mita ke Roye..Sad Shayari, Meri Rooh meinCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad Shayari
मेरी रूह में न समाती तो भूल जाता तुम्हे,तुम इतना पास न आती तो भूल जाता तुम्हे,यह कहते हुए मेरा ताल्लुक नहीं तुमसे कोई,आँखों में आंसू न आते तो भूल जाता तुम्ह
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े|Meri Rooh mein na samatey to bhool jaate tujhe,Tum itna pass na aate to bhool jaate tujhe,Ye kehte hue mera tum se koi talauq nahi,Ankhon mein Ansoo na aate to bhool jaate tujhe.Sad Shayari, Pyar Kiya ToCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad Shayari
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प्यार किया बदनाम हो गए,चर्चे हमारे सरेआम हो गए,ज़ालिम ने दिल उस वक़्त तोडा,जब हम उसके गुलाम हो गए|
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.Pyar Kiya To Badnaam HoGaye,Charche Hamare Sar E AamHo Gaye,Zaalim Ne Dil Bhi Usi WaqtToda,Jab Hum Uske Pyar K GulamHo Gaye.Dard Shayari, Maine Kaha UnseCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad ShayariMaine Kaha Unse Chhod Do Ya Tod Do Mujhe,Muskura Kar Sitam dhayaUnhone,Chhod To Diya Hi Hai Tumko,Toot Tum Khud-ba-Khud jaoge….!!
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.Hindi Shayari, Apna hoga to sata k marham degaCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad Shayari
अपना होगा तो सता के मरहम देगा,जालिम होगा अपना बना केजख्म देगा,समय से पहले पकती नहीं फसल,अरे बहुत बरबादियां अभी मौसम देगा|.
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Apna hoga to sata k marham dega,Zalim hoga to apna bna kzakhm dega,Samay se pehle pakti nahi fasal are..boht barbadiyan abhi mousam dega.Heart Break Shayari, Dard ka ehsasCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Love Shayari,Sad ShayariDard ka ehsas janna hai to pyar kar ke dekho,Apni aankho me kisi ko utar kar dekho,Chot unko lagegi aansu tumhe aa jayenge,Ye ehsas janna ho to Dil haar kar dekho.
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Dard Shayari, Kuch log kehte haiCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad Shayari
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कुछ लोग कहते है की बदल गया हूँ मैं,उनको ये नहीं पता की संभल गया हूँ मैं,उदासी आज भी मेरे चेहरेसे झलकती है,परअब दर्द में भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं|
Sad Shayari, Itna ajeeb sawal thaCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad ShayariItna Ajeeb Sawal Tha Un Ka K Hum Chup Se Ho Gaye,Yaarroo…..Wo Bolay Hum Pe Marte Ho Na!!To Marte Q Nahi…1 of 110123456»LastNew Love Shayari, True Love ShayariMost Popular Love Shayari, New Love Shayari,Best Love Shayari, Romantic Shayari Collection, True Shayari, Hindi Love Shayari.Top Sad Shayari in HindiMost Popular Sad Shayari, Top Sad Shayari Collection,Top 10 Shayari, Top Shayari, Hindi Sad Shayari.Best 2 Line Shayari CollectionBest 2 Line Shayari Collection, 2 Line Love Shayari, 2 Line Shayari Status, Nice Shayari, LatestShayari.Latest Miss You Shayari, Yaad ShayariLatest Miss You Shayari Collection, Yaad Shayari, Best Yaad Shayari, Miss You Shayari in Hindi.......l....Best sayari ke liye .........MohdAhbab.laddhawala.blogspot.com
Saturday, 11 June 2016
The parrot and the Mango..
एक पोता था! उसका रंग हरा परंतु चोंच लाल रंग की थी! उसे उड़ना पसंद था! एक दिन तोता ऊंचाई पर उड़ रहा था! वह उड़ते हुए एक जंगल से गुजरा! उसने नीचे देखा! उसे आम का एक पेड़ नजर आया! उसकी शाखाओं पर पीले आम लगे थे! उसके मुंह में पानी आ गया! तोते को आम पसंद था! उसने आम पाने के बारे में सोचा! उसने अपने आप से कहा! मैं बड़ा और रसीला आम खाना चाहता हूं! मैं लंबे समय से उड़ता हुआ! थक गया हूं! इस प्रकार आम खाते हुए! मैं आराम भी कर सकता हूं!
वह नीचे पेड़ पर उतरा! जैसे ही वह पेड़ की शाखा पर बैठने लगा! उसने सुना कांव-कांव जाओ! यहां से यह मेरा पेड़ है ! तोता यह सोचकर आश्चर्यचकित था की वह कौन हो सकता है! उसने एक बड़ा काला कौवा देखा! काला कौवा बोलता रहा! कांव-कांव जाओ यहां से इस पेड़ पर मत बैठो! कोवे की आवाज बहुत तेज और कठोर थी! तोता कोवे को इतने गुस्से से देख कर डर गया! वह निराश हो वहां से उड़ गया!
जैसे ही तोता उड़ा वह एक बगीचे के ऊपर से गुजरा! उसने देखा एक पेड़ की शाखा में एक लाल गुब्बारा फसा हुआ था! उसके दिमाग में एक विचार आया! उसने गुब्बारे को डॉल से पकड़ लिया ऊंचा उठता हुआ आम के पेड़ की तरफ चला ! उसने देखा कोवा वहीं बैठा था! जहां वह उसे बैठा छोड़ गया था! जैसे ही कौवे ने तोते को देखा! वह फिर कांव-कांव करने लगा! तोता कुएं से ऊंची एक शाखा पर जा बैठा!
तोते ने गुब्बारे पर अपनी चोंच मारी! गुब्बारा तेज आवाज के साथ फट गया! कौआ बहुत डर गया! और वह पेड़ से उड़ गया! तोता अपनी योजना से बहुत खुश था! वह अपने आप में हंसा! उसने बहुत अच्छा समय रसीला आम खाने में व्यतीत किया! वह अपनी चतुर योजना स कौए को भगा कर बहुत प्रसन्न था!!!!THE END.े
सावित्री............ की कहानी.
हेलो दोस्तों आज मैं आपको एक कहानी सुनाने जा रहा हूं जिसका नाम है सावित्री यह बहुत पुरानी कहानी है तुम्हें आपको ज्यादा टाइम वेस्ट न करते हुए आपको कहानी सुनाता हूं.....
-: प्राचीन काल में हमारे देश के मंत्र देश पर aswpati नाम के एक राजा राज्य करते थ इनकी कन्या का नाम सावित्री था सावित्री बहुत सुंदर और गुणवती थी उसके पिता चाहते थे कि सावित्री को बहुत अच्छा पति मिले एक बार सावित्री तीर्थ यात्रा को गई वन में उसका सत्यवान से परिचय हुआ! सत्यवान के पिता किसी समय salwदेश के राजा थ! उस समय वन में तपस्या कर रहे थे दूसरे दिन सावित्री ने अपने पिता से सत्यवान से विवाह करने की अनुमति मांगी!aswpati बड़े प्रसन्न हुए किंतु जब उन्हें पता चलेगा की सत्यवान की आयु अब अधिक sesh नहीं है तो वह बहुत दुखी हुए लेकिन सावित्री अपनी बात पर डटी रही अंत में aswpati ने विवाह की अनुमति द* दी सत्यवान और सावित्री का विवाह हो गय!ा एक बार. वन में सत्यवान के सिर में भयंकर दर्द उठा और वह बेहोश हो गया! उसी समय यमराज सत्यवान के प्राण लेकर चल दिए! सावित्री भी उनके पीछे-पीछे चल दी यमराज ने सावित्री को वापस करना चाहा किंतु सावित्री ने यमराज का पीछा नहीं छोड़ा! यमराज ने सावित्री को अनेक वरदान भी दिए किंतु सावित्री फिर भी यमराज के पीछे-पीछे चलती रही! यमराज ने सावित्री को फिर समझाया और उससे एक और वरदान मांगने को कहा सावित्री ने कहा कि यदि आप प्रसन्न है तो मुझे यहवरदान दीजिए कि मैं पुत्त वरती हो जाओ यमराज ने यह वरदान भी सावित्री को द* दिया यमराज अब फिर आगे चल दिए किंतु सावित्री वापस नहीं लौटी अब तो यमराज को क्रोध आ गया! उन्होंने फिर सावित्री को लौट जाने को कहा सावित्री बोली धर्मराज आप मुझे पुत्रवती होने का ्आशीर्वाद द* च*** है और मेरे पति को आप अपने साथ लिए जा रहे हैं तब यह कैसे हो सकता है कि मैं पुत्रवती हो जाऊं? यमराज को अब अपनी भूल मालूम हुई उन्होंने सत्यवान के प्राण छोड़ दिए और सत्यवान जीवित हो गया!
शिक्षा-- सावित्री की तरह सच्ची लगन आत्मविश्वास और dardh विचार वाले कठिन से कठिन कार्य को भी पूर्ण करने में सफल हो जाते हैं!!! THE END. .ं
Friday, 10 June 2016
Humare gaaw mai ek cudail hai
बहुत पुरानी बात है तब पानी के ज्यादा शाधन नहीं हुआ करते लोग कुए बाबड़ी तालाब आदि से पानी पिया करते थे! तो यह कहानी भी एक तालाब की है! जो कि उस काली डायन के जादू से अमृत से ज़हर बन गया था! यह डायन कैसे बनी कैसे इस तालाब का पानी विष बन गया मैं यह कहानी आपको बताता हूँ!एक गाँव मैं एक औरत के कोई बच्चा नहीं था! वह औरत गांव के मुखिया की पत्नी थी उसके शादी को काफी समय हो गया था! सब लोग उसे बाँझ कहा करते थे!सारे गाँव वाले उसका मुंह भी नहीं देखना कहते थे कहते थे कि इसका मुंह देख लिया तो पूरा दिन बेकार चला जायेगा पर मुखिया कि पत्नी थी इसलिए लोग थोड़ी बहुत बात चीत कर लिया करते थे!एक दिन गांव मैं एक फकीरा बाबा भिक्षा मांगते हुए आ पहुँचता है तो वह बतों ही बातों मैं उसका हाथ देखने लग जाता है! और कहता है आपको बच्चा नहीं है ना वह बोलीआपको कैसे पता चला वह बोला हम हस्त रेखा मैं निपुण है और हाथ देखकर यहबता सकते हैं कि क्या होने वाला है क्या होगा वह बोली अच्छा तो यह बताओकि मेरे बच्चा कब होगा तोउसने कहा आपको भगवान् ने बच्चा तो नहीं दिया पर मैं एक रास्ता बताता हूँ!वह सुनो अमावस्या की रात को किसी एक ऐसे लड़केकि बलि पीपल के पेड़ के नीचे दो!जो अपने माँ बापके एकलोता पुत्र हो औरउसके खून से अपने बाल धोना फिर कहना ए प्यासी आत्माओ यह बलि मेरी तरफ से स्वीकार करो और मुझे एक पुत्र दे दो!एक लोटे मैं उस कुए का पानी भर कर उस मैं उसके सरीर की दो बून मिला कर खुद पी लेना और उस लड़के के सिर के बाल अपनी साडी की गांठ मैं बंधे रखना तो युम्हे अवस्य एक पुत्र पैदा होगा इतना कहकर वह वहां से भिक्षा लेकर चला गया! उस दिन के ठीक तीन दिन बाद अमावश्या थी उस औरत ने वही किया जो उस बाबा ने बताया था उसने अपने देवरानी के लड़के कि बलि दे दी और खून की दो बूंदे पानी मैं मिलाकर खुद पी लिया और उस सिर के कुछ बाल को काटकर अपनी गांठ मैं बांध लिया और बिना पीछे मुड़े अपने घर आ गयीसुबह गांव बालों को पता चला कि मुखिए के भाई के बेटे को किसी ने मार के वहां फेक रखा हैजब यह बात मुखिए और उसके भाई ने सूनी तो वह नंगे पैर दौड़ पड़े धीरे धीरे सारा गांव इकठ्ठा हो गया उस लड़के की माँ का रो रो बुरा हो गया था!तब किसी व्यक्ति ने हिम्मत जुटाकर उस सिर को धड से जोड़ा और उसे नदी मैं बहाने की सलाह दी वेसा हीकिया लोगो ने उस लाश को पानी मैं बहा दिया!सब लोगयही कह रहे थे किसने कियायह सब कैसे हुआ सब लोगों केलिए यह घटना चिंता का विषय बन गयी थी! जब मुखिया घर पहुंचा तो क्या देखता है की उसकी पत्नी तो पकवान बना रही थी वह बड़ी खुश नज़र आ रही थी मुखिया ने क्रोध मैं कहा क्या तुम्हे इस बात का बिलकुल भी दुःख नहीं है की हमारे भाई का बेटा मर गया है वह पहले ऐसी नज़रों से देखी जैसे की उसे मार ही डालेगी फिरकहने लगी लड़का उसका मराहै मेरा नहीं मैं क्योँ शोक मनाऊँ और हसने लगी औरकहने लगी तुम पागल हो तुम्हे तो खुस होना चैये की अब तुम्हारे भी एक पुत्र आने वाला है और यह जान कर और ख़ुशी होगी की वह इस जायदात का अकेला वारिस होगा हां हां हां वह फिर ऐसे हसी यह देखकर मुखिया से रहा नहीं गया और उसे जान से मारने के लिए तलवार उठाने चला गया वह अन्दर तलवार ढून्ढ रहा था पर तलवार नहीं मिली!जब वह पत्नी के बेद के पास पहुंचा तो क्या देखता है की सारे कपडे खून से लथपत हैं और तलवारभी वही पडी है और उस पर खून लगा है वह यह सब देखते ही समझ गया की यह सब इसने पुत्र प्राप्ति केलिए बलि दी है उसने उसेमारने का विचार बनाया की अभी मैं इसको मार दूंगा तो सब लोग मुझे गलत समझेंगे!और वह वहां से चला गया उस दिन से गाँव मैं ऐसी ऐसी घटना होने लगी किसी की भैंस मर गयी किसी ने उसे मार डाला और उस के सरीर के अंग इधर-उधर फैले पड़ेजैसे की किसी ने उसे नोच नोच कर खाया हो तो किसी दिन किसी का कुत्ता किसी का बछडा तो किसी की बकरी मर गयी और उसी तरीके से वह मर रही थी जिस तरीके भैंसको किसी ने मारा था ऐसी घटना से सारा गांव परेशान था किसी को यह समझनहीं आ रहा था की आखिर हो क्या रहा है!एक दिन की बात है मुखिया रात को अपने गेट के पास सोया हुआ था आधी रात के समय उसे गेट खुलने की आवाज आई वह जाग गया उसने देखा की एक औरत बाल फिकरेहुए आधी रात को बहार चली जा रही है देखने मैं तो ऐसा लग रहा था की जैसे उसको कोई खींच कर ले जा रहा हो! भादों(अगस्त) की काली रात थी चरों तरफ से आवाजें आ रही थी कही शियार तो कहीं कुत्ते भोकते ऐसा लग रहा था उसे की जैसे यह रात जाने क्याक़यामत ढायेगी!अचानक उसेएक गाय के बछड़े के रंभाने की आवाज आई वह समझगया हो न हो यही सारे गांव की बर्बादी का कारन हैं! मुखिया के दिमाग मैंएक आइडिया आया की क्योँ नमैं चलकर देखूं की यह कहाँ जाती है! वह उठकर चल दिया उसने आगे चल के क्यादेखा कि पड़ोसी के गाय काबछड़ा का कटा हुआ मुंड पडा है और उसके धड को वह औरत खींचकर पीपल की और लेजा रही हे और ले जा कर उसने वही शब्द दोहराया यह लो प्यासी आत्माओ मैं तुम्हारे लिए भोजन लायी हूँ! मुखिया यह सब नीम के पेड़ से छुपकर देख रहा था! एक दम वह क्या देखता है कि चार काली छाया वहाँप्रकट हुई देखते ही देखते वह ऐसे भयानक सरीर मैं बदल गयी की उसे देखकरउसके सर्रीर के रोयें खड़े हो गए उनके ये बड़े-बड़े दांत लाल-लाल आंखें सरीर पूरा जला हुआ बड़े बड़े नाखून आंखें तो ऐसे चमक रहीं थी की बार-बार बदलने वाली लाइट जल रही हो इतना भयानक द्रश्य उसने अपनी ज़िन्दगी मैं कभी नहीं देखा था! वह क्या देखता है कि वो चरों भूत और उसकी पत्नी उस लाश को खाने लगी दोनों हाथों से लापा-लप जैसे की कोई भूखाव्यक्ति खाने पर टूट पड़ता है!यह सब देखकर मुखिया के पर के नीचे की ज़मीन खिशक गयी की उसकी पत्नी एक डायन है! जब उन्होंने सारे मांश को नोच-नोच कर खा डाला तब उसने एक भूतों की एक बात सूनी और कहा की बस तीन दिन बाद फिर अमवस्या है और हमारी शक्ति उस दिन बढ़ जायेगी तब हम तुम्हे पुरी शक्ति शोंप देंगे और तुम अपनी मर्जी से कुछभी कर सकती हो तुम गांव वालों को अपनी उंगली पर नाचा सकती हो!उसने यह सब सुनकर सारे गाँव को चोरी-चोरी जगा करके कहा देखो मैं तुम्हे बताता हूँ की तुम्हारी बर्बादी एक डायन की वजह से हुई है! और सब से कहा की अपनी अपनी लाठी उठाओ और चलो मेरे साथ आज उस डायन का अंत हम सब मिलकर करेंगे! और सब भागते हुए उस पीपल की और चल दिए सारे गांव को अपनीतरफ आते देख सारे भूत तो गायब हो गए पर वह डायन खडी रह गयी! मुखिया की पत्नी को इस हालत मैं देखकर सारे गांव वालों के तो होश उड़ गए और वह रुक गए मुखिया ने कहा खड़े क्योँ रह गए यह तुम्हारी मालकिन नहीं डायन है डायन और यह बोलतेहुए सब उसे लाठियों से मारने लगे वह अपनी जान बचाकर भागी और भागते हुए उस कुए मैं जा गिरी उसकी साडी ऊपर अटक गयी और वह चिल्लाने लगी बचाओ बचाओ सारे गांव नव कहा इसे सजाअपने आप मिलेगी लटकी रहने दो इसे वह चिल्लाती रही सारे लोग उसका यह तमाशा देख्र रहे थ!!!
Thursday, 9 June 2016
Sayari hindi .....Mohd Ahbab
(1)Tumhare fazlo karam ke liye maine bheji thi jo pahunchi wo pahunchi waha pahunchi ya nahi pahunchi
udhar se khabar ye pahunchi ki wo pahunchi yaha nahi pahunchi
rakhi thi daak khane me wo pahunchi
waha ek kambakht jaa pahunhi aur pahen ke apne pahuncho me wo pahunchi khuda jane wo pahunchi kaha pahunchi...!!
(2) Agar bewafa tujhko pahchan jate khuda ki qasam ham mohobbat na karte
tu patther ki moorat he pata gar ye hota
khuda ki qasam dil lagane ki jurrat na karte!!
(3)hamko naseeb bhi na ho saki thodi si khushi tare pyar ki
tu badal hi gaya to ab tujhse gila kya kare !!
(4) e khuda mohobbat de to dono me de warna na de
kash ke tare dil me bhi be panah pyar hota
hamko bhi tari dosti pe naaz hota
k ham khushi se mar na jaate
agar tu hi wafadar hota!!
(5) Mangi thi ek chhoti si khushi tumse
to tumne mana kar diya
dil par mare waar kar diya
ab koe khushi rahi na koe khuwaaish tumse
mange bhi to ab kya mange e dost tujhse
mana kar karke dil hamara bhar diya!!
(6) Tuje Dekhe Bina Teri Tasveer Bana Du
Tuje Mile Bina Tera Haal Bata Du
Hai Meri Dosti Me Itna Dum
Teri Aankho Ke Aansu Apni Aakho Se Gira Du !!
(7) Roj tha uska naam mere afsane mein,
Thi uski tasveer mere dil ke aashiyane mein,
Mangi thi khuda se dua jiski khushi ke liye,
Use khushi bhi milti thi to mujhe rulane mein. !!
(8) गम इस बात का नही कि तुम बेवफा निकली,
मगर अफ़सोस ये है कि,
वो सब लोग सच निकले,
जिनसे मैं तेरे लिए लड़ा करता था!!
18212..
Funny joke....Mast
(1) लंबी लंबी नाक किसी की और किसी का सिर है चौड़ा लगे देखने में वह घोंचू उसका मोटा हाथ हथोड़ा!!
(2) चूहा उड़ाता खिली गिल्ली झपट पड़ी है उस पर बिल्ली ऊंट देखता कभी ना नीचे डोरी पकड़कर बोना खींच बोना खींच े!!
(3) काले नहीं किसी के बाल कलाकारों का खूब कमाल मोटा सा दरियाई घोड़ा मुंह चौड़ा नाक पकोड़ा!!
(4) झूले में हे उमड़-घुमड़ खींच रहा कोई पैर पकड़ एक दूसरे से सब लटके झूल रहे हैं देडे झटके सब झूम रहे!!
(5) छुट्टी आई चलो घूमने सर्कस का वह खेल देखने जिसमें ब*** बना खिलौना कोई लंबा कोई बोना!!
... सारांश-: हमें छुट्टी के दिन में घूमना चाहिए सर्कस का खेल देखना चाहिए चिड़ियाघर देखना चाहिए मनोरंजन करना चाहिए लेकिन इनको बार-बार देखने का आदि नहीं होना चाहिए अन्यथा हमारी पढ़ाई और अन्य कार्य ्े प्रभावित हो ग!!
Dosti kese karte hai jaane ....Mohd Ahbab
Hello.friend mera name Mohd Ahbab hai jaise aap jante ho dosti zarrori hoti hai humisha dost hi kam aate hai dost ke binna zindagi adoori hai dost hi humare sath dete hai sukh dukh mai sab baatao mai college mai bhi hum dosto ke sath hi bethte hai ager ek din akele beth jao to.man bhi nhi lagta hai wese hi dost honna bahut zarrori hai ..
Dosti hi kam aati hai har jagah bass dost dost dost aap kisi ko dekhte hai use dost banna cahte hai kayu ki apko lagta haibki ye aapka achha dost ho sakta hai phir aap use dost karne ke liye uski tarf badhte ho to phir apko dosti karne ka sahi pata nhi is liye aap peeche hat jate ho Mai ab aapko batauga dost karne ka tarika .....
To mai aapko batata hu jaise aap use dekhte ho aur phir uski tarf jao use puchho ki Tum konsi class college mai padhte ho wo phir apko answer dega phir use aur bate karo Name pucho Papa ka name pucho kya karte hai aur phir aap kaho ki aapka number kya hai wo number dega Koi nhi akar uske pass phone nhi hai calo phir bhi use kaho humare ghar aana use aur bate karo phir jab aap jao ghar par to use kahna kal millege ok Phir aap use kal karna bate aur use apne mobail mai kuchh dikhana Videos ya photo aur uska bhi ek photo utharna. Aur kahna nice mast ara hai kahna Ki tum mere dost bannoge
Wo kahega ki ha to
achha hai akar na.kahta hai to aap.
uske kitna bhi kar lenna.
Wo aapka dost nhi hoga ...... Karke dekho dost ho jayegi ....good bye
मैं गया भूत बंगले में....Horror story..
हाय फ्रेंड्स जो मैं आपको कहानी सुनाने जा रहा हूं उसका नाम आपने पढ़ लिया होग तो अब मैं आपको ज्यादा बोल na karte हुए कहानी सुनाता हू ....
एक बार की बात है मेरे दोस्तों और मैंने सोचा की क्यों ना हम किसी दिन भूत बंगले में जाए तो हमारा प्रोग्राम हो गया कि बस अब तो जाना ही है एक दिन हम चले गए हमने अपना सामान पैक किया बंगले में गए मैं और मेरे दोस्त अंदर गए और वहां बहुत ज्यादा बहुत गरद थी और जाले भी बहुत थे मैं और मेरे दोस्त ऊपर गए और वहां देखा तो बहुत अंधेरा था मेरे दोस्त डरने लगे मैंने कह डरो मत प्लीज फिर हम आगे बढ़े पता नहीं क्या हुआ एक दम कुछ नीचे गिरने की आवाज आई मैं और मेरे दोस्त डरने लगे उस हवेली में से बहुत डरावनी डरावनी आवाज आने लगी मैं और मेरे दोस्त डरने लगे पूरे डरे हुए थे हमें इतना डर लग रहा था कि दोस्त कहने लगे कि हमें इस में आना ही नहीं चाहिए था फिर कुछ सफेद सफेद हमारी तरफ चला रहा था मेरे दोस्त डरने लगे कांपने लगे जैसे ही हो हमारे पास पहुंचा एकदम गायब हो गया हम डर गए हम नीचे भाग गए एकदम नीचे का दरवाजा बंद हो गया हम वही कद गए हमें बहुत डर लग रहा था ना जाने मेरे दोस्त एक दम किसी ने उसका पैर पकड़कर खींचा और we गिर gye. मैन उठाया और हम वहां से निकल गए हमने सुबह को एक-दूसरे से बातें की थी वह क्या होगा unhone kaha bhoot hi hoga yaar ho kaya hoga bago....________§___§_§_§§___ं