Monday, 13 June 2016

Jokes mast .....

रात भर मुझे इस बात ने सोने नहीँ दिया कि ज़िन्दगी तो बस चार दिन की हैँ और इंटरनेट-पैक मैने 30 दिन का करवा लिया ।
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Teen citti raste mai bethkar bate kar rahi thi ki acanak us raste se hathi gujrta hai
Waha bethi ek citti hathi se bolli ae hathi mujse kushti ladaoge!
Bakki cittiyan -are rahne do yaar becara akela hai....
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Ek makhi ne machhar. Se sadi kar li aur agle din subah hi beth ke rone lagi.
Makhi ke sheli ne use pucha are kya hua yaar kal hi to teri saadi huyi. Hai aur aaj tu itna ro rahi hai?
Makhi :are kal raat ko mene sonne se phile mene kachhua Chap laga di thi aur tumhare jija ji neend me hi mar gye.!
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Baladh doned karne se phile balad group jachna,
Balad doned karne se phile balad group jachna,
Basanti in kutto ke samne mat nachna..
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. चपरासी- साहब आपके लंगोटिया दोस्त का फोन आया था !
साहब:- तुमने कैसे जाना कि वह मेरा लंगोटिया दोस्त ही है?"
चपरासी:-" साहब उसने कहा था कि जरा देखो तो ऑफिस में वह ब***** आया है या नहीं?"
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लड़की का पिता बोला :- क्या समय आ गया है कि लड़की भी दो और दहेज भी साथ में दो!
लड़के का पिता बोला :- आप सिर्फ दहेज द* दीजिए लड़की को चाहे तो अपने पास ही रखो!
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. एक आदमी रात को एक गली के सामने खड़ा था कौन हो वहां से गुजरते हुए चौकीदार ने कड़क कर पूछा शेर सिंह माफ करना हम serr se baat nhi karte ......
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. Munna bhai -mamu,tu kitna badha hai?
Mamu-B.a.munna bhai -salla tu do aksar padha hai aur wo bhi ulata...
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. Bhikari - Mata ji ,kya is gareeb ko kek millega?
Mahila-kayo,rotti se kam nhi chal sakta?
Bhikari -nhi mata ji ,chal sakta hai ,lekin mera aaj barth day hai..
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.Char kutte ek kutiya se payar kar rahe the ek mahila yah sab dekh kar ronne lagi ! Ek bachhe ne aa kar puchha aap kayo ro rahe ho mahila:kuch nhi beta muje college ke din yaad aa gye..

Sunday, 12 June 2016

Dard sayari...best sayari

वो जिसकी याद मे हमने खर्च दी जिन्दगी अपनी।वो शख्श आज मुझको गरीब कह के चला गया ।।
Wo jiski yaad me kharch kar di zindgi hame.Wo hi shaks aaj hame garib kahkar chala gaya.Sad Shayari, Na puchho halatCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad
Shayariन पूछो हालत मेरी रूसवाई के बाद,मंजिल खो गयी है मेरी, जुदाई के बाद,नजर को घेरती है हरपल घटा यादों की,गुमनाम हो गया हूँ गम-ए-तन्हाई के बाद!!
Na Pucho haalat meri ruswaai ke baad,Majil kho gai hai meri, Judaai ke baad,Najar ko gherti hai har pal ghata yaado ki..Gumnaam ho gaya hu gam-e-tanhai ke baad.Sad Shayari, Kabhi ro ke muskurayeCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad Shayarकभी रो के मुस्कुराए, कभी मुस्कुरा के रोए,जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए,एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा,जितना लिख के खुश हुए उस से ज़यादा मिटा के रोए
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.Kabhi Ro ke muskuraye kabhi muskura ke Roye,Jab bhi Teri yaad Aayi tujhe bhula ke Roye,Ek tera hi to naam tha jise hazaar bar likha,Jitna likh ke khush hue uss se jyada mita ke Roye..Sad Shayari, Meri Rooh meinCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad Shayari

मेरी रूह में न समाती तो भूल जाता तुम्हे,तुम इतना पास न आती तो भूल जाता तुम्हे,यह कहते हुए मेरा ताल्लुक नहीं तुमसे कोई,आँखों में आंसू न आते तो भूल जाता तुम्ह
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े|Meri Rooh mein na samatey to bhool jaate tujhe,Tum itna pass na aate to bhool jaate tujhe,Ye kehte hue mera tum se koi talauq nahi,Ankhon mein Ansoo na aate to bhool jaate tujhe.Sad Shayari, Pyar Kiya ToCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad Shayari
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प्यार किया बदनाम हो गए,चर्चे हमारे सरेआम हो गए,ज़ालिम ने दिल उस वक़्त तोडा,जब हम उसके गुलाम हो गए|
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.Pyar Kiya To Badnaam HoGaye,Charche Hamare Sar E AamHo Gaye,Zaalim Ne Dil Bhi Usi WaqtToda,Jab Hum Uske Pyar K GulamHo Gaye.Dard Shayari, Maine Kaha UnseCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad ShayariMaine Kaha Unse Chhod Do Ya Tod Do Mujhe,Muskura Kar Sitam dhayaUnhone,Chhod To Diya Hi Hai Tumko,Toot Tum Khud-ba-Khud jaoge….!!
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.Hindi Shayari, Apna hoga to sata k marham degaCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad Shayari
अपना होगा तो सता के मरहम देगा,जालिम होगा अपना बना केजख्म देगा,समय से पहले पकती नहीं फसल,अरे बहुत बरबादियां अभी मौसम देगा|.
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Apna hoga to sata k marham dega,Zalim hoga to apna bna kzakhm dega,Samay se pehle pakti nahi fasal are..boht barbadiyan abhi mousam dega.Heart Break Shayari, Dard ka ehsasCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Love Shayari,Sad ShayariDard ka ehsas janna hai to pyar kar ke dekho,Apni aankho me kisi ko utar kar dekho,Chot unko lagegi aansu tumhe aa jayenge,Ye ehsas janna ho to Dil haar kar dekho.
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Dard Shayari, Kuch log kehte haiCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad Shayari
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कुछ लोग कहते है की बदल गया हूँ मैं,उनको ये नहीं पता की संभल गया हूँ मैं,उदासी आज भी मेरे चेहरेसे झलकती है,परअब दर्द में भी मुस्कुराना सीख गया हूँ मैं|
Sad Shayari, Itna ajeeb sawal thaCategory:Dard Shayari,Hindi Shayari,Sad ShayariItna Ajeeb Sawal Tha Un Ka K Hum Chup Se Ho Gaye,Yaarroo…..Wo Bolay Hum Pe Marte Ho Na!!To Marte Q Nahi…1 of 110123456»LastNew Love Shayari, True Love ShayariMost Popular Love Shayari, New Love Shayari,Best Love Shayari, Romantic Shayari Collection, True Shayari, Hindi Love Shayari.Top Sad Shayari in HindiMost Popular Sad Shayari, Top Sad Shayari Collection,Top 10 Shayari, Top Shayari, Hindi Sad Shayari.Best 2 Line Shayari CollectionBest 2 Line Shayari Collection, 2 Line Love Shayari, 2 Line Shayari Status, Nice Shayari, LatestShayari.Latest Miss You Shayari, Yaad ShayariLatest Miss You Shayari Collection, Yaad Shayari, Best Yaad Shayari, Miss You Shayari in Hindi.......l....Best sayari ke liye .........MohdAhbab.laddhawala.blogspot.com

Saturday, 11 June 2016

The parrot and the Mango..

एक पोता था! उसका रंग हरा परंतु चोंच लाल रंग की थी! उसे उड़ना पसंद था! एक दिन तोता ऊंचाई पर उड़ रहा था! वह उड़ते हुए एक जंगल से गुजरा! उसने नीचे देखा! उसे आम का एक पेड़ नजर आया! उसकी शाखाओं पर पीले आम लगे थे! उसके मुंह में पानी आ गया! तोते  को आम पसंद था! उसने आम पाने के बारे में सोचा! उसने अपने आप से कहा! मैं बड़ा और रसीला आम खाना चाहता हूं! मैं लंबे समय से उड़ता हुआ! थक गया हूं! इस प्रकार आम खाते हुए! मैं आराम भी कर सकता हूं!
वह नीचे पेड़ पर उतरा! जैसे ही वह पेड़ की शाखा पर बैठने लगा! उसने सुना कांव-कांव जाओ! यहां से यह मेरा पेड़ है ! तोता यह सोचकर आश्चर्यचकित था की वह कौन हो सकता है! उसने एक बड़ा काला कौवा देखा! काला कौवा बोलता रहा! कांव-कांव जाओ यहां से इस पेड़ पर मत बैठो! कोवे की आवाज बहुत तेज और कठोर थी! तोता कोवे को इतने गुस्से से देख कर डर गया! वह निराश हो वहां से उड़ गया!
जैसे ही तोता उड़ा वह एक बगीचे के ऊपर से गुजरा! उसने देखा एक पेड़ की शाखा में एक लाल गुब्बारा फसा हुआ था! उसके दिमाग में एक विचार आया! उसने गुब्बारे को डॉल से पकड़ लिया ऊंचा उठता हुआ आम के पेड़ की तरफ चला ! उसने देखा कोवा वहीं बैठा था! जहां वह उसे बैठा छोड़ गया था! जैसे ही कौवे ने तोते को देखा! वह फिर कांव-कांव करने लगा! तोता कुएं से ऊंची एक शाखा पर जा बैठा!
तोते ने गुब्बारे पर अपनी चोंच मारी! गुब्बारा तेज आवाज के साथ फट गया! कौआ बहुत डर गया! और वह पेड़ से उड़ गया! तोता अपनी योजना से बहुत खुश था! वह अपने आप में हंसा! उसने बहुत अच्छा समय रसीला आम खाने में व्यतीत किया! वह अपनी चतुर योजना स कौए को भगा कर बहुत प्रसन्न था!!!!THE END.

सावित्री............ की कहानी.

हेलो दोस्तों आज मैं आपको एक कहानी सुनाने जा रहा हूं जिसका नाम है सावित्री यह बहुत पुरानी कहानी है तुम्हें आपको ज्यादा टाइम वेस्ट न करते हुए आपको कहानी सुनाता हूं.....
-: प्राचीन काल में हमारे देश के मंत्र देश पर aswpati नाम के एक राजा राज्य करते थ इनकी कन्या का नाम सावित्री था सावित्री बहुत सुंदर और गुणवती थी उसके पिता चाहते थे कि सावित्री को बहुत अच्छा पति मिले एक बार सावित्री तीर्थ यात्रा को गई वन में उसका सत्यवान से परिचय हुआ! सत्यवान के पिता किसी समय salwदेश के राजा थ! उस समय वन में तपस्या कर रहे थे दूसरे दिन सावित्री ने अपने पिता से सत्यवान से विवाह करने की अनुमति मांगी!aswpati बड़े प्रसन्न हुए किंतु जब उन्हें पता चलेगा की सत्यवान की आयु  अब अधिक sesh नहीं है तो वह बहुत दुखी हुए लेकिन सावित्री अपनी बात पर डटी रही अंत में aswpati ने विवाह की अनुमति द* दी सत्यवान और सावित्री का विवाह हो गय!ा एक बार.  वन में सत्यवान के सिर में भयंकर दर्द उठा और वह बेहोश हो गया! उसी समय यमराज सत्यवान के प्राण लेकर चल दिए! सावित्री भी उनके पीछे-पीछे चल दी यमराज ने सावित्री को वापस करना चाहा किंतु सावित्री ने यमराज का पीछा नहीं छोड़ा! यमराज ने सावित्री को अनेक वरदान भी दिए किंतु सावित्री फिर भी यमराज के पीछे-पीछे चलती रही! यमराज ने सावित्री को फिर समझाया और उससे एक और वरदान मांगने को कहा सावित्री ने कहा कि यदि आप प्रसन्न है तो मुझे यहवरदान दीजिए कि मैं पुत्त वरती हो जाओ यमराज ने यह वरदान भी सावित्री को द* दिया यमराज अब फिर आगे चल दिए किंतु सावित्री वापस नहीं लौटी अब तो यमराज को क्रोध आ गया! उन्होंने फिर सावित्री को लौट जाने को कहा सावित्री बोली धर्मराज आप मुझे पुत्रवती होने का ्आशीर्वाद द* च*** है और मेरे पति को आप अपने साथ लिए जा रहे हैं तब यह कैसे हो सकता है कि मैं पुत्रवती हो जाऊं? यमराज को अब अपनी भूल मालूम हुई उन्होंने सत्यवान के प्राण छोड़ दिए और सत्यवान जीवित हो गया!
शिक्षा-- सावित्री की तरह सच्ची लगन आत्मविश्वास और dardh विचार वाले कठिन से कठिन कार्य को भी पूर्ण करने में सफल हो जाते हैं!!!               THE END.                      .ं

Friday, 10 June 2016

Humare gaaw mai ek cudail hai

बहुत  पुरानी  बात  है  तब पानी  के  ज्यादा  शाधन नहीं  हुआ  करते  लोग  कुए बाबड़ी  तालाब   आदि   से  पानी   पिया   करते  थे! तो यह कहानी भी एक तालाब की है! जो कि उस काली डायन के जादू से अमृत से ज़हर बन गया था! यह डायन कैसे बनी कैसे इस तालाब का पानी विष बन गया मैं यह कहानी आपको बताता हूँ!एक गाँव मैं एक औरत के कोई  बच्चा नहीं था! वह औरत गांव के मुखिया की पत्नी थी उसके शादी को काफी समय हो गया था! सब लोग उसे बाँझ कहा करते थे!सारे गाँव वाले उसका मुंह भी नहीं देखना कहते थे कहते थे कि इसका मुंह देख लिया तो पूरा दिन बेकार चला जायेगा पर मुखिया कि पत्नी थी इसलिए लोग थोड़ी बहुत बात चीत कर लिया करते थे!एक दिन गांव मैं एक फकीरा बाबा भिक्षा मांगते हुए आ पहुँचता है तो वह बतों ही बातों मैं उसका हाथ देखने लग जाता है! और कहता है आपको बच्चा नहीं है ना वह बोलीआपको कैसे पता चला वह बोला हम हस्त रेखा मैं निपुण है और हाथ देखकर यहबता सकते हैं कि क्या होने वाला है क्या होगा वह बोली अच्छा तो यह बताओकि मेरे बच्चा कब होगा तोउसने कहा आपको भगवान् ने बच्चा तो नहीं दिया पर मैं एक रास्ता बताता हूँ!वह सुनो अमावस्या की रात को किसी एक ऐसे लड़केकि बलि पीपल के पेड़ के नीचे दो!जो अपने माँ बापके एकलोता पुत्र हो औरउसके खून से अपने बाल धोना फिर कहना ए प्यासी आत्माओ यह बलि मेरी तरफ से स्वीकार करो और मुझे एक पुत्र दे दो!एक लोटे मैं उस कुए का  पानी भर कर उस मैं उसके सरीर की दो बून मिला कर खुद पी लेना और उस लड़के के सिर के बाल अपनी साडी की गांठ मैं बंधे रखना तो युम्हे अवस्य एक पुत्र पैदा होगा इतना कहकर वह वहां से भिक्षा लेकर चला गया! उस दिन के ठीक तीन दिन बाद अमावश्या थी उस औरत ने वही किया जो उस बाबा ने बताया था उसने अपने देवरानी के लड़के कि बलि दे दी और खून की दो बूंदे पानी मैं मिलाकर खुद पी लिया और उस सिर के कुछ बाल को काटकर अपनी गांठ मैं बांध लिया और बिना पीछे मुड़े अपने घर आ गयीसुबह गांव बालों को पता चला कि मुखिए के भाई के बेटे को किसी ने मार के वहां फेक रखा हैजब यह बात मुखिए और उसके भाई ने सूनी तो वह नंगे पैर दौड़ पड़े धीरे धीरे सारा गांव इकठ्ठा हो गया उस लड़के की माँ का रो रो बुरा हो गया था!तब किसी व्यक्ति ने हिम्मत जुटाकर उस सिर को धड से जोड़ा और उसे नदी मैं बहाने की सलाह दी वेसा हीकिया लोगो ने उस लाश को पानी मैं बहा दिया!सब लोगयही कह रहे थे किसने कियायह सब कैसे हुआ सब लोगों केलिए यह घटना चिंता का विषय बन गयी थी! जब मुखिया घर पहुंचा तो क्या देखता है की उसकी पत्नी तो पकवान बना रही थी वह बड़ी खुश नज़र आ रही थी मुखिया ने क्रोध मैं कहा क्या तुम्हे इस बात का बिलकुल भी दुःख नहीं है की हमारे भाई का बेटा मर गया है वह पहले ऐसी नज़रों से देखी जैसे की उसे मार ही डालेगी फिरकहने  लगी लड़का उसका मराहै मेरा नहीं मैं क्योँ शोक मनाऊँ और हसने लगी औरकहने लगी तुम पागल हो तुम्हे तो खुस होना चैये की अब तुम्हारे भी एक पुत्र आने वाला है और यह जान कर और ख़ुशी होगी की वह इस जायदात का अकेला वारिस होगा हां हां हां वह फिर ऐसे हसी यह देखकर मुखिया से रहा नहीं गया और उसे जान से मारने के लिए तलवार उठाने चला गया वह अन्दर तलवार ढून्ढ रहा था पर तलवार नहीं मिली!जब वह पत्नी के बेद के पास पहुंचा तो क्या देखता है की सारे कपडे खून से लथपत हैं और तलवारभी वही पडी है और उस पर खून लगा है वह यह सब देखते ही समझ गया की यह सब इसने पुत्र प्राप्ति केलिए बलि दी है उसने उसेमारने का विचार बनाया की अभी मैं इसको मार दूंगा तो सब लोग मुझे गलत समझेंगे!और वह वहां से चला गया उस दिन से गाँव मैं ऐसी ऐसी घटना होने लगी किसी की भैंस मर गयी किसी ने उसे मार डाला और उस के सरीर के अंग इधर-उधर फैले पड़ेजैसे की किसी ने उसे नोच नोच कर खाया हो तो किसी दिन किसी का कुत्ता किसी का बछडा तो किसी की बकरी मर गयी और उसी तरीके से वह  मर रही थी जिस तरीके भैंसको किसी ने मारा था ऐसी घटना से सारा गांव परेशान था किसी को यह समझनहीं आ रहा था की आखिर हो क्या रहा है!एक दिन की बात है मुखिया रात को अपने गेट के पास सोया हुआ था आधी रात के समय उसे गेट खुलने की आवाज आई वह जाग गया उसने देखा की एक औरत बाल फिकरेहुए आधी रात को बहार चली जा रही है देखने मैं तो ऐसा लग रहा था की जैसे उसको कोई खींच कर ले जा रहा हो! भादों(अगस्त) की काली रात थी चरों तरफ से आवाजें आ रही थी कही शियार तो कहीं कुत्ते भोकते ऐसा लग रहा था उसे की जैसे यह रात जाने क्याक़यामत ढायेगी!अचानक उसेएक गाय के बछड़े के रंभाने की आवाज आई वह समझगया हो न हो यही सारे गांव की बर्बादी का कारन हैं! मुखिया के दिमाग मैंएक आइडिया आया की क्योँ नमैं चलकर देखूं की यह कहाँ जाती है! वह उठकर चल दिया उसने आगे चल के क्यादेखा कि पड़ोसी के गाय काबछड़ा का कटा हुआ मुंड पडा है और उसके धड को वह औरत खींचकर पीपल की और लेजा रही हे और ले जा कर उसने वही शब्द दोहराया यह लो प्यासी आत्माओ मैं तुम्हारे लिए भोजन लायी हूँ! मुखिया यह सब नीम के पेड़ से छुपकर देख रहा था! एक दम वह क्या देखता है कि चार काली छाया वहाँप्रकट हुई देखते ही देखते वह ऐसे भयानक सरीर मैं बदल गयी की उसे देखकरउसके सर्रीर के रोयें खड़े हो गए उनके ये बड़े-बड़े दांत लाल-लाल आंखें सरीर पूरा जला हुआ बड़े बड़े नाखून आंखें तो ऐसे चमक रहीं थी की बार-बार बदलने वाली लाइट जल रही हो  इतना भयानक द्रश्य उसने अपनी ज़िन्दगी मैं कभी नहीं देखा था! वह क्या देखता है कि वो चरों भूत और उसकी पत्नी उस लाश को खाने लगी दोनों हाथों से लापा-लप जैसे की कोई भूखाव्यक्ति खाने पर टूट पड़ता है!यह सब देखकर मुखिया के पर के नीचे की ज़मीन खिशक गयी की उसकी पत्नी एक डायन है! जब उन्होंने सारे मांश को नोच-नोच कर खा डाला तब उसने एक भूतों की एक बात सूनी और कहा की बस तीन दिन बाद फिर अमवस्या है और हमारी शक्ति उस दिन बढ़ जायेगी तब हम तुम्हे पुरी शक्ति शोंप देंगे और तुम अपनी मर्जी से कुछभी कर सकती हो तुम गांव वालों को अपनी उंगली पर नाचा सकती हो!उसने यह सब सुनकर सारे गाँव को चोरी-चोरी जगा करके कहा देखो मैं तुम्हे बताता हूँ की तुम्हारी बर्बादी एक डायन की वजह से हुई है! और सब से कहा की अपनी अपनी लाठी उठाओ और चलो मेरे साथ आज उस डायन का अंत हम सब मिलकर करेंगे! और सब भागते हुए उस पीपल की और चल दिए सारे गांव को अपनीतरफ आते देख सारे भूत तो गायब हो गए पर वह डायन खडी रह गयी! मुखिया की पत्नी को इस हालत मैं देखकर सारे गांव वालों के तो होश उड़ गए और वह रुक गए मुखिया ने कहा खड़े क्योँ रह गए यह तुम्हारी मालकिन नहीं डायन है डायन और यह बोलतेहुए सब उसे लाठियों से मारने लगे वह अपनी जान बचाकर भागी और भागते हुए उस कुए मैं जा गिरी उसकी साडी ऊपर अटक गयी और वह चिल्लाने लगी बचाओ बचाओ सारे गांव नव कहा इसे सजाअपने आप मिलेगी लटकी रहने दो इसे वह चिल्लाती रही सारे लोग उसका यह तमाशा देख्र रहे थ!!!